जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान की लापरवाही: शासन के आदेशों के बावजूद मुख्यालय से अनुपस्थित

नरसिंहपुर, 10 मई 2025।
भारत-पाकिस्तान के बीच वर्तमान तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन और जिला प्रशासन ने सभी शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों को मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान लगातार मुख्यालय से अनुपस्थित पाई जा रही हैं, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
शासन और कलेक्टर के स्पष्ट निर्देश
मध्यप्रदेश शासन गृह विभाग ने दिनांक 9 मई 2025 को आदेश जारी कर सभी जिलों को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सतर्क और तैयार रहने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही, कलेक्टर नरसिंहपुर श्रीमती शीतला पटले ने भी एक आदेश में साफ निर्देशित किया है कि कोई भी शासकीय सेवक बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा और सभी प्रकार के अवकाश स्थगित रहेंगे।
इन सख्त आदेशों के बावजूद डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान न तो मुख्यालय पर नियमित रूप से उपस्थित हैं और न ही आवंटित शासकीय आवास का उपयोग कर रही हैं।
जबलपुर से अपडाउन, शासकीय आवास खाली पड़ा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. चौहान का मुख्य निवास जबलपुर में है और वे प्रतिदिन जबलपुर से नरसिंहपुर अपडाउन कर रही हैं। नरसिंहपुर में उन्हें जो शासकीय आवास आवंटित किया गया है, वह लंबे समय से औपचारिक तौर पर खाली पड़ा है, जिसका उपयोग नहीं किया जा रहा है।
इस स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं की जवाबदारी निभाना और समय पर विभागीय कार्यों को संचालित करना मुश्किल हो जाता है।
आपदा की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी
शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी चिकित्सीय अधिकारी, जिनमें आयुष विभाग भी शामिल है, को इस आपात स्थिति में सतर्क रहने और पूरी क्षमता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान की गैरमौजूदगी ना सिर्फ लापरवाही है, बल्कि यह शासन के आदेश की अवहेलना भी है।