पत्रकारों की गुटबाजी का फायदा उठा रहे माफिया, नरसिंहपुर के आमगांव बड़ा में वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश दीक्षित पर जानलेवा हमला

नरसिंहपुर (म.प्र.) | 13 अप्रैल 2025
जिले के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित पत्रकार ब्रजेश दीक्षित पर ग्राम आमगांव बड़ा में दिनदहाड़े जानलेवा हमला कर दिया गया। हमलावरों ने लाठी-डंडों से हमला करते हुए उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह हमला उस वक्त हुआ जब दीक्षित जनहित के मुद्दों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे।
क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 12 अप्रैल 2025 को दोपहर 1:00 से 1:20 बजे के बीच ग्राम आमगांव बड़ा में रहने वाले राजा सिसोदिया, रजनेश सिसोदिया, मुन्ना, अशोक सिसोदिया उर्फ छोटे मुन्ना, गुड्डू सिसोदिया, अनुज सिसोदिया, शैलेंद्र सिसोदिया आदि ने मिलकर ब्रजेश दीक्षित के साथ मारपीट की और उन पर जानलेवा हमला किया। गंभीर रूप से चोटिल हुए दीक्षित को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमले का कारण
बताया जा रहा है कि ब्रजेश दीक्षित पिछले लंबे समय से असामाजिक तत्वों की गतिविधियों के विरुद्ध लगातार आवाज़ उठा रहे हैं। उन्होंने कई गंभीर घटनाओं का खुलासा किया था, जिससे असामाजिक तत्वों में नाराज़गी थी। यह हमला उन्हें डराने, दबाने और चुप कराने की एक गहरी साज़िश माना जा रहा है।
पत्रकारों की गुटबाजी और राजनीतिक संरक्षण बन रहा खतरा
अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें इस बात का भी डर नहीं रहा कि जिन पर वे हमला कर रहे हैं, वह कोई आम व्यक्ति नहीं बल्कि जिले का एक जाना-माना पत्रकार है। इससे स्पष्ट होता है कि इन हमलावरों को किसी न किसी राजनीतिक या प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है, जिसके दम पर वे खुलेआम गुंडागर्दी करने की हिम्मत कर रहे हैं। नेता, अधिकारी और माफिया तत्व पत्रकारों की आपसी गुटबाजी और मतभेद का खुलकर फायदा उठा रहे हैं। जब तक पत्रकार संगठित नहीं होंगे, तब तक उनकी आवाज को दबाने की कोशिशें होती रहेंगी। अगर पत्रकार एकजुट हो जाएं, तो किसी की हिम्मत नहीं कि वह उनकी खिलाफत कर सके।
एकजुट पत्रकारिता की पुकार
आज की परिस्थितियों में पत्रकारों को संगठित होकर काम करने की आवश्यकता है। जब तक पत्रकार एक मंच पर नहीं आएंगे, तब तक ऐसे हमले दोहराए जाते रहेंगे। अब समय आ गया है कि पत्रकारिता को बचाने के लिए पत्रकारों को एकजुट होकर आवाज़ बुलंद करनी होगी।