गौ टेक-2025: जयपुर में लगेगा देश का दूसरा गौ महाकुंभ, गौ आधारित 500 उत्पाद होंगे प्रदर्शित

जयपुर में आयोजित हो रहा है गौ-टेक 2025, जिसमें 500 से अधिक गो आधारित उत्पाद और नवाचार प्रस्तुत किए जाएंगे।
गौ-टेक 2025 महाकुंभ का आयोजन 30 मई से 2 जून तक विद्याधर स्टेडियम, जयपुर में होगा, जहां गो विज्ञान, पंचगव्य चिकित्सा, जैविक खेती, गो ऊर्जा सहित 500 से अधिक गो आधारित प्रकल्पों को प्रदर्शित किया जाएगा।
जीसीसीआई प्रदेश प्रेस संयोजक भागीरथ तिवारी
नरसिंहपुर, 20 अप्रैल। जयपुर, राजस्थान में देश का दूसरा “गौ-टेक 2025” महाकुंभ 30 मई से 2 जून तक विद्याधर स्टेडियम में आयोजित होगा। यह आयोजन भारत में गो आधारित उद्योग (गौ इंडस्ट्री सेक्टर) को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें गो विज्ञान, गो उत्पाद, गो ऊर्जा, जैविक खेती, पंचगव्य चिकित्सा समेत 500 से अधिक गौ-आधारित प्रकल्पों का प्रदर्शन किया जाएगा। इससे पूर्व पहला “गौ-टेक” राजकोट, गुजरात में आयोजित हुआ था। जयपुर में होने वाले इस आयोजन के लिए देशभर के जीसीसीआई प्रतिनिधियों और आयोजन उपाध्यक्ष भारत राजपुरोहित के साथ वर्चुअल बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें कुल 69 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और आयोजन को सफल बनाने की प्रतिबद्धता जताई। बैठक की अध्यक्षता डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने की। उन्होंने आयोजन की दिशा तय करते हुए प्रमुख बिंदुओं पर विचार रखे। आयोजन की रूपरेखा, स्टॉल की संरचना और मूल्य निर्धारण पर चर्चा की गई।
प्रमुख सुझाव और योजनाएं:
गोपाल उपाध्याय (लोक भारती): प्रत्येक दिन दो सेमिनार आयोजित हों, जिनमें गो विशेषज्ञ जैविक खेती व पंचगव्य जैसे विषयों पर चर्चा करें।
डॉ. वल्लभभाई कथीरिया: संतों, गोसेवकों और संस्थाओं की सहभागिता सुनिश्चित की जाए, सक्सेस स्टोरीज़ को मंच दिया जाए।
हेम शर्मा (राजस्थान गो सेवा परिषद): 12 विषयों पर आधारित सेमिनार की योजना तैयार। प्रतिदिन दो लकी ड्रा द्वारा विजेताओं को खाद निर्माण किट दी जाएगी।
प्रकाश दास महाराज और श्याम बिहारी गुप्ता: धार्मिक संस्थाओं की भागीदारी और ग्रीन फोडर व गोबर-गौमूत्र आधारित उत्पादों के प्रमोशन की आवश्यकता बताई।
मितल खेतानी: सोशल मीडिया प्रचार, वित्तीय संसाधन और आगंतुक वृद्धि पर विशेष ध्यान।
दिलीप धनराज गुप्ता (प्रदेश अध्यक्ष): 50 छात्र जिनकी रुचि गौ उद्यमिता में हो, उनके लिए शैक्षणिक टूर की योजना।
भागीरथ तिवारी (मीडिया प्रभारी): युवाओं को जोड़कर “गौ टेक” को आंदोलन का रूप देने का आह्वान। मध्यप्रदेश से 10 स्टॉल्स प्रस्तावित।
शिव दर्शन मलिक: बढ़ते तापमान में गोबर की उपयोगिता पर चर्चा, दिल्ली की गोबर लिपने की घटना का उल्लेख।
स्वामी रामेश्वरानंद जी: गो टेक की जानकारी को प्रशासनिक और नीतिगत स्तर तक पहुंचाने की बात।
राजेश नहेरा (राजूवास), पवन पाटीदार, जिग्नेश वोरा, वेणु सिंह, हेमंत शर्मा, राघव सोमानी, पी आर पांडे: सभी ने उपयोगी सुझावों के साथ सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक का समापन गायत्री मंत्र के साथ हुआ और सभी प्रतिनिधियों ने आयोजन की सफलता हेतु सक्रिय सहयोग का संकल्प लिया।